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इसके अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रदान की गई शक्तियां और उनके कर्तव्य

संयुक्त सचिव (अमृत), आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, टीसीपीओ के पदेन अध्यक्ष हैं। सभी नीतिगत मामले अध्यक्ष के विचार/निर्णय के लिए उनके पास भेजे जाते हैं।

मुख्य नियोजक विभाग के प्रमुख होते हैंजिन्‍हें 'वित्तीय नियमों' के अंतर्गत अधीनस्थ कार्यालय के विभागाध्‍यक्ष की सभी शक्तियां प्रत्यायोजित की जाती हैं। मुख्य नियोजकसंगठन केसभी तकनीकी मामलों, रिपोर्टों, अध्ययनों, परियोजनाओं, आदि को मंजूरी देते हैं।

अपर मुख्य नियोजक का पद मुख्य नियोजक के पद से निचला पद होता है। वह टीसीपीओ में कुछ प्रभागों के समग्र प्रभारी होते हैं और कार्यालयाध्‍यक्ष के रूप में भी कार्य करते हैं।

नगर एवं ग्राम नियोजक का पद पदानुक्रम में अपर मुख्‍य नियोजक के पद से निचला पद होता है; वह प्रभागों के प्रमुख होते हैं। प्रभागाध्‍यक्ष संबंधित प्रभाग को सौंपे गए तकनीकी कार्य के पर्यवेक्षण, संचालन, सूत्रीकरण और निगरानी के लिए जिम्मेदार होते है। संगठन को प्रशासन और राजभाषा प्रभाग द्वारा समर्थित सात प्रभागों में संरचित किया गया है।

सह नगर एवं ग्राम नियोजक / सह वास्‍तुकार, का पद पदानुक्रम में नगर एवं ग्राम नियोजक के पद से निचला पद होता है, वह संगठन में मध्यम स्तर के अधिकारी होते हैं। वे संबंधित प्रभाग को सौंपे गए विभिन्न तकनीकी परियोजनाओं, अध्ययनों, निगरानी कार्यों के प्रभारी होते हैं। वे ऐसे सभी कार्यों को प्रभागाध्‍यक्ष को विचारार्थ प्रस्तुत करते हैं, जिसे अपर मुख्य नियोजक को विचार एवं अनुमोदन के लिए अग्रेषित किया जाता है।

सहायक नगर एवं ग्राम नियोजक / अनुसंधान अधिकारी कार्यभार के आधार पर विभिन्न प्रभागों  से जुड़े निचले स्तर के अधिकारी होते हैं। वे योजनाओं की निगरानी सहित विभिन्न अध्ययनों और नियोजन परियोजनाओं की जांच, निर्माण, आकलन, मूल्यांकन और पूर्वाकलन करते हैं। वे अपने काम को अगले वरिष्ठ अधिकारी या प्रभागाध्‍यक्ष को उनके अवलोकन, मार्गदर्शन और विचार, जैसा भी मामला हो, के लिएप्रस्तुत करते हैं।

योजना अधिकारी /अनुसंधान सहायक/अन्वेषक अधीनस्थ स्तर पर सहायक कर्मचारी होते हैं, जो प्रकृति और कार्य की मात्रा के आधार पर विभिन्न प्रभागों से जुड़े होते हैं। वे सूचना के संग्रह, संकलन और जांच, सर्वेक्षण करने, चित्र और मानचित्र तैयार करने और पर्यवेक्षी अधिकारियों और प्रभागाध्‍यक्ष को अन्य सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।

प्रशासनिक अधिकारी प्रशासन प्रभाग का प्रभारी होता है, जिसे कार्यालय अधीक्षकों, वरिष्ठ सचिवालय सहायकों और कनिष्ठ सचिवालय सहायकों द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। 

ज्‍येष्‍ठ वैयक्तिक सहायक, समूह-ख राजपत्रित अधिकारी और आशुलिपिकों के संवर्ग में वरिष्ठतम, मुख्य नियोजक‍ के साथ काम करता है। ज्‍येष्‍ठ वैयक्तिक सहायकमुख्‍य नियोजक, जो संयुक्‍त सचिव स्‍तर के अधिकारी होते हैं, की कार्य डायरी को बनाए रखने और उन्‍हें अन्य सचिवीय सहायता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होता है।

सहायक निदेशक (राजभाषा), समूह-क राजपत्रित अधिकारी, संगठन में हिंदी प्रभाग का प्रभारी होता है। वह हिंदी के प्रचार से संबंधित मामलों के लिए जिम्मेदार होता हैं।

कार्यालय अधीक्षक प्रशासन के एक अनुभाग का प्रभारी होता है और प्रशासनिक अधिकारी को सौंपे गए प्रशासनिक मामलों को निपटाने में सहायता प्रदान करता है।

आशुलिपिक ग्रेड I और II कार्यभार के आधार पर विभिन्न प्रभागों से जुड़े हुए हैं; पर्यवेक्षी अधिकारियों और प्रभागाध्‍यक्ष को आशुलिपिक, कंप्यूटर और सचिवीय सहायता प्रदान करते हैं।

कनिष्‍ठ अनुवादक अंग्रेजी से हिंदी में सभी तकनीकी मामलों का अनुवाद करने और ऐसे सभी मामलों में सहायक निदेशक (रा.भा.) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को सहायता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होता है।

प्रलेखन सहायक कार्यालय पुस्तकालय के प्रशासन और प्रबंधन,सरकारी और गैर-सरकारी प्रकाशनों, जरनलों, पत्रिकाओं, समाचार पत्रों आदि की खरीद और पुस्तकालय में प्राप्त दस्तावेजों के परिग्रहण, वर्गीकरण और सूचीकरण का प्रभारी है। वह टीसीपीओ के अधिकारियों/कर्मचारियों को संदर्भ, अभि‍निर्देशन (रेफरल) और संसाधन साझा करने की सेवाएं भी प्रदान करता है।

वरिष्ठ सचिवालय सहायक और कनिष्ठ सचिवालय सहायक निचले प्रशासनिक पदानुक्रम में कार्यालय अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारी के सहायक कर्मचारी होते हैं। वे प्रशासनिक फाइलें शुरू करते हैं और फाइलों के रिकॉर्ड और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होते हैं।

बहुकार्य कर्मचारिवृंद अभिलेखों की छंटाई, फाइलों की आवाजाही और डायरी और प्रेषण कार्य में सहायता प्रदान करने के लिए संगठन के विभिन्न प्रभागों में तैनात किए जाते हैं।
 

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