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सिंहावलोकन

नगर एवं ग्राम नियोजन संगठन (टीसीपीओ) की स्‍थापना 1962 में पहले नगर नियोजन संगठन (टीपीओ) तथा केंद्रीय क्षेत्रीय और शहरी नियोजन संगठन (सीआरयूपीओ) को मिलाकर की गई थी। नगर नियोजन संगठन (टीपीओ) की स्‍थापना 1955 में दिल्‍ली का प्रथम मास्‍टर प्‍लान तैयार करने के लिए की गई थी। टीपीओ ने सितंबर 1962 में दिल्ली के लिए मास्टर प्लान तैयार करने का सौंपा गया कार्य पूर्ण किया और इस तरह टीपीओ का मुख्य कार्य समाप्त हो गया। इसके साथ ही, 1957 में भारत सरकार ने दिल्ली क्षेत्र के लिए योजना विकसित करने और इस्पात नगरों, नदी घाटी परियोजनाओं के विकास एवं शहरी तथा क्षेत्रीय नियोजन से संबंधित अन्य मामलों पर सलाह देने के लिए केंद्रीय क्षेत्रीय और शहरी नियोजन संगठन (सीआरयूपीओ) नामक एक अन्‍य संगठन की स्‍थापना की। सीआरयूपीओ ने सितंबर 1959 से भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रालयों, योजना आयोग, राज्य सरकारों, स्थानीय निकायों और सार्वजनिक उपक्रमों के लिए परामर्श देने की क्षमता में कार्यकलाप शुरू किया। संगठन ने शहरी और क्षेत्रीय नियोजन तथा विकास के विभिन्न पहलुओं पर भी अध्ययन शुरू किया। नगर एवं ग्राम नियोजन संगठन से संबंधित राज्य मंत्रियों का पहला सम्मेलन 1960 में सीआरयूपीओ द्वारा आयोजित किया गया था, जिसने मास्टर प्लान तैयार करने, नगर नियोजन विधान के अधिनियमन, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नगर नियोजन विभागों की स्थापना तथा नगर एवं ग्राम नियोजन में शिक्षा और प्रशिक्षण की सुविधा का विस्‍तार के लिए देशव्यापी कार्यक्रम करने की शुरुआत की थी।

इसके बाद भारत सरकार ने 1962 में टीपीओ और सीआरयूपीओ को मिलाने का फैसला किया और नए संगठन का नामकरण नगर एवं ग्राम नियोजन संगठन (टीसीपीओ) कर दिया गया। तब से टीसीपीओ देश में शहरी और क्षेत्रीय नियोजन और विकास से संबंधित मामलों पर एक शीर्ष तकनीकी सलाहकार संगठन के रूप में कार्य कर रहा है। यह शहरीकरण, नगर नियोजन, शहरी परिवहन, महानगरीय नियोजन, मानव बस्‍ती नीतियों, क्षेत्रीय विकास कार्यनीतियों, नियोजन विधान, शहरी और क्षेत्रीय सूचना प्रणाली, शहरी मानचित्रण और अनुसंधान तथा क्षमता निर्माण से संबंधित मामलों पर आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय एवं भारत सरकार के अन्‍य केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, स्थानीय निकायों/विकास प्राधिकरणों की सहायता कर रहा है। अतीत की उपलब्धियों को देखते हुए, टीसीपीओ की भूमिका शहरी और क्षेत्रीय नियोजन और विकास से संबंधित सभी मामलों में देश के एक शीर्ष तकनीकी सलाहकार संगठन की बन गई है । यह टीसीपीओ का उत्‍तरदायित्‍व है कि वह देश में सभी एजेंसियों को सभी स्तरों पर सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करे।

नगर एवं ग्राम नियोजन संगठन की भूमिका और कार्यों को मोटे तौर पर निम्‍न अलग-अलग क्षेत्रों में परिभाषित किया जा सकता है:

•    छोटे शहर से लेकर सुपर-मेट्रो/मेगा शहरों तक विभिन्न श्रेणियों के शहरी क्षेत्रों की योजना और विकास के लिए राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और स्थानीय स्तर पर नीति निर्माण और मार्गदर्शन करना
•    केंद्रीय क्षेत्र की परियोजनाओं, कार्यक्रमों और योजनाओं के कार्यान्वयन और निगरानी सहित सहायता और तकनीकी सलाह देना
•    व्यापक अनुप्रयोग और प्रतिकृति के लिए पहले से अपनाई गई प्रथाओं का अनुभवजन्य अनुसंधान अध्ययन और मूल्यांकन करना
•    योजना और विकास के विभिन्न पहलुओं में नियमावली और मार्गदर्शक तैयार करना
•    शहरी और क्षेत्रीय नियोजन और विकास के क्षेत्र में ज्ञान को अद्यतन करने के लिए अभिरुचि के सामयिक क्षेत्रों में सेवाकालीन नियोजकों और शहरी प्रबंधकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना
•    अंतरराज्यीय क्षेत्रीय योजनाओं को तैयार करना
•    शहरी और क्षेत्रीय सूचना प्रणाली तथा शहरी मानचित्रण प्रणाली का विकास करना

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